UPTET Syllabus 2023 and Exam Pattern: उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड के द्वारा यूपीटीईटी परीक्षा के लिए सिलेबस जारी किया जाता है। वह उम्मीदवार जो यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होना चाहते है उन सभी को परीक्षा के पेपर -1 और पेपर-2 के लिए यूपीटीईटी सिलेबस 2023 की जांच करनी चाहिए। जिससे वह सही मार्गदर्शन और रणनीति के साथ अपनी परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते है। यह आर्टिकल उन सभी उम्मीदवारों के लिए खास है जो परीक्षा की तैयारी के लिए UPTET Syllabus 2023 और एग्जाम पैटर्न की खोज कर रहे है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड (UPBEB) अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन के साथ यूपीटीईटी सिलेबस को जारी करता है जिसकी विस्तृत जानकारी आप इस आर्टिकल के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।
UPTET Syllabus 2023 and Exam Pattern – यूपी टीईटी सिलेबस और परीक्षा पैटर्न
यूपीटेट परीक्षा में कुल दो पेपर शामिल है: पेपर-1 और पेपर-2। वह उम्मीदवार जो यूपीटीईटी एग्जाम की तैयारी कर रहे है, या परीक्षा में शामिल होना चाहते है उन सभी को UPTET Syllabus 2023 और UPTET Exam Pattern की जानकारी होना महत्वपूर्ण है। जिससे वह परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए रणनीति बनाकर अपने एग्जाम की तैयारी शुरू कर सकते है। आज के इस आर्टिकल में हमने आपको यूपीटीईटी परीक्षा के दोनों पेपर के लिए विस्तृत यूपीटेट सिलेबस और यूपीटेट एग्जाम पैटर्न प्रदान किया है। जिससे आप अपने वाले यूपीटीईटी एग्जाम के हर एक टॉपिक कोई कवर करके परीक्षा में अच्छा स्कोर कर सकते है।
जैसा की हम आपको बता चुके है कि यूपीटीईटी एग्जाम के लिए दो पेपर का आयोजन किया जाता है। जिसमें पेपर-1 और पेपर-2 शामिल है। जिसमें से पेपर-1 उन सभी लोगों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है, जो उत्तर प्रदेश राज्य में कक्षा 1 से 5 के लिए टीचिंग करियर बनाना चाहते है। यानी जो उम्मीदवार कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ना चाहता है उसे पहला पेपर देना जरुरी है। दूसरी और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए पेपर-2 को देना होगा। इसके आलावा अगर कोई भी व्यक्ति कक्षा I से V और कक्षा VI से VIII के लिए टीचर बनना चाहता है, उसे पेपर I और पेपर II दोनों में उपस्थित होना होगा।
UPTET 2023 Exam Pattern
यूपीटेट परीक्षा दो पेपर्स द्वारा आयोजित होती है। प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5 के लिए) और प्रारंभिक स्तर (कक्षा 6 से 12 के लिए)। इसीलिए सभी उम्मीदवारों को परीक्षा के दोनों चरणों के परीक्षा पैटर्न को जानना चाहिए। जिसकी विस्तृत जानकारी आपको यहाँ दी गयी है।
UPTET 2023 Paper 1: Primary Level
- Type Of Questions: यूपीटेट परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। अर्थात प्रत्येक प्रश्न में कुल चार विकल्प होंगे जिसमें से आपको एक सही विकल्प चुनना होगा।
- Number of Questions: यूपीटीईटी पेपर-1 परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होते है, जिसमें प्रत्येक खंड में 30 प्रश्न शामिल होंगे।
- Exam Mode: पेपर-1 ऑफलाइन मोड में आयोजित किया जायेगा।
- Language: प्रश्नपत्र केवल हिंदी और अंग्रेजी में होंंगे (केवल भाषा अनुभागों को छोड़कर)
- Marking Scheme: प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है।
- Negative Marking: परीक्षा में कोई भी नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
- Number of Sections: प्रश्न पत्र में कुल 5 खंड शामिल होंगे।
Content |
No. of questions |
Marks |
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (Child Development and Pedagogy) |
30 |
30 |
Language I |
30 |
30 |
Language II (English/ Urdu/ Sanskrit) |
30 |
30 |
गणित (Mathematics) |
30 |
30 |
वातावरण का अध्ययन (Environmental Studies) |
30 |
30 |
Total |
150 |
150 |
UPTET 2023 Paper 2: Middle Level
- Number of Questions: तीन खण्डों Child Development and Pedagogy, Language I, Language II (English/ Urdu/ Sanskrit)में 30 प्रश्न शामिल होंगे। जबकि गणित / विज्ञान / सामाजिक विज्ञान में 60 प्रश्न शामिल होंगे।
- Nature of Questions: पेपर-2 में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे।
- Exam Mode: पेपर-2 की परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी।
- Marking Scheme: प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित किया गया है।
- Negative Marking: गलत उत्तर पर कोई भी नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
- Number of Sections: प्रश्न पत्र में 4 खंड शामिल होंगे।
- Choice of Paper: उम्मीदवारों को गणित / विज्ञान या सामाजिक विज्ञान में से किसी एक विषय के पेपर का चयन करना होता है।
Content |
No. of questions |
Marks |
Child Development and Pedagogy |
30 |
30 |
Language I |
30 |
30 |
Language II (English/ Urdu/ Sanskrit) |
30 |
30 |
Mathematics and Science
(for Mathematics and science teacher)
OR
Social Studies/Social Science
(for social studies/social science teacher) |
60 |
60 |
Total |
150 |
150 |
UPTET Marking Scheme 2023
यहाँ नीचे दी गयी तालिका से आप UPTET 2023 की मार्किंग स्कीम की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते है। जिसमें प्रत्येक प्रश्न के अंक, नेगेटिव मार्किंग और चोदे गए प्रश्नों की मार्किंग स्कीम के बारे में बताया गया है।
UPTET Marking Parameters |
Marks Allotted for Paper-I |
Marks Allotted for Paper-II |
Correct answer |
+1 |
+1 |
Incorrect answer |
0 |
0 |
Un-attempted question |
0 |
0 |
UPTET Syllabus for Paper 1 and Paper 2
यूपीटेट परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले आपको परीक्षा के सिलेबस के बारे में पता होना चाहिए। जिसके द्वारा आप परीक्षा के लिए एक निश्चित ढंग से तैयारी शुरू कर सकते है। सभी उम्मीदवार यूपीटीईटी सिलेबस को डिटेल्स में जानने के लिए नीचे दी गयी जानकारी को पढ़ें।
UPTET Syllabus for Paper I (Primary)
यहाँ आपको यूपीटीईटी सिलेबस पेपर 1 की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी है। जिसमें परीक्षा में आने वाले विषयों के सभी टॉपिक्स शामिल है।
UPTET Child Development and Pedagogy Syllabus
Topic |
Sub – Topic |
Child Development / बाल विकास |
- बाल विकास का अर्थ, आवश्यकता तथा क्षेत्र,बाल विकास की अवस्थाएं शारीरिक विकास, मानसिक विकास, संवेगात्मक विकास,भाषा विकास – अभिव्यक्ति क्षमता का विकास, सृजनात्मकता एवं सृजनात्मक क्षमता का विकास।
- बाल विकास के आधार एवं उनको प्रभावित करने वाले कारक – वंशानक्रम, वातावरण। (पारिवारिक, सामाजिक, विद्यालयीय, संचार माध्यम)
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Meaning and principles of learning / सीखने का अर्थ तथा सिद्धान्त |
- अधिगम (सीखने) का अर्थ प्रभावित करने वाले कारक, अधिगम की प्रभावशाली विधियाँ।
- अधिगम के नियम – थार्नडाइक के सीखने के मुख्य नियम एवं अधिगम में उनका महत्व। अधिगम के प्रमुख सिद्धान्त तथा कक्षा शिक्षण में इनकी व्यावहारिक उपयोगिता, थार्नडाइक का प्रयास एवं त्रुटि का सिद्धान्त,पैवलव का सम्बद्ध प्रतिक्रिया का सिद्धान्त, स्किनर का क्रिया प्रसूत अधिगम सिद्धान्त, कोहलर का सूझ या अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त, प्याजे का सिद्धान्त, व्योगास्की का सिद्धान्त सीखने का वक्र – अर्थ एवं प्रकार, सीखने में पठार का अर्थ और कारण एवं निराकरण।
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Teaching and learning disciplines / शिक्षण एवं शिक्षण विधाएँ |
- शिक्षण का अर्थ तथा उद्देश्य, सम्प्रेषण, शिक्षण के सिद्धान्त, शिक्षण के सूत्र, शिक्षण प्रविधियाँ, शिक्षण की नवीन विधाएँ (उपागम), सूक्ष्म शिक्षण एवं शिक्षण के आधारभूत कौशल।
- समावेशी शिक्षा – निर्देशन एवं परामर्श
- शैक्षिक समावेशन से अभिप्राय, पहचान, प्रकार, निराकरण यथाः अपवंचित वर्ग, भाषा, धर्म, जाति, क्षेत्र, वर्ण, लिंग, शारीरिक दक्षता (दृष्टिबाधित, श्रवणबाधित एवं वाक्/अस्थिबाधित), मानसिक दक्षता।
- समावेशन के लिए आवश्यक उपकरण, सामग्री, विधियाँ, टी0एल0एम0 एवं अभिवृत्तियाँ।
- समावेशित बच्चों का अधिगम जाँचने हेतु आवश्यक टूल्स एवं तकनीकी।
- समावेशित बच्चों के लिए विशेष शिक्षण विधियाँ। यथा – ब्रेललिपि आदि।
- समावेशी बच्चों हेतु निर्देशन एवं परामर्श – अर्थ, उद्देश्य, प्रकार, विधियाँ, आवश्यकता एवं क्षेत्र परामर्श में सहयोग देने वाले विभाग/संस्थायें:
- मनोविज्ञानशाला उ. प्र. प्रयागराज
- मण्डलीय मनोविज्ञान केन्द्र (मण्डल स्तर पर)
- जिला चिकित्सालय
- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षत डायट मेण्टर
- पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण तन्त्र
- समुदाय एवं विद्यालय की सहयोगी समितियाँ
- सरकारी एवं गैर सरकारी संगठन
- बाल – अधिगम में निर्देशन एवं परामर्श का महत्व
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Inclusive education guidance and counseling / समावेशी शिक्षा मार्गदर्शन और परामर्श |
- शैक्षिक समावेशन का अर्थ है पहचान, प्रकार, संकल्प, उदाहरण के लिए: बहिष्कृत वर्ग, भाषा, धर्म, जाति, क्षेत्र, रंग, लिंग, शारीरिक कौशल (दृष्टिहीन, श्रवण बाधित और भाषण/हड्डी विकलांग), मानसिक दक्षता।
- समावेश के लिए आवश्यक उपकरण, सामग्री, विधियाँ, टीएलएम और अवलोकन
- समावेशी बच्चों के सीखने के परीक्षण के लिए आवश्यक उपकरण और तकनीक
- बच्चों को शामिल करने के लिए विशेष शिक्षण विधियां। जैसे ब्रेल लिपि आदि
- समावेशी बच्चों के लिए मार्गदर्शन और परामर्श – अर्थ, उद्देश्य, प्रकार, तरीके, आवश्यकताएं और क्षेत्र
- परामर्श में सहयोग करने वाले विभाग/संस्थान:
- मनोविज्ञान उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद
- मंडल मनोविज्ञान केंद्र (मंडल स्तर पर)
- जिला अस्पताल
- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षित डाइट मेंटर
- पर्यवेक्षण और निरीक्षण प्रणाली
- समुदाय और स्कूल सहायता समितियां
- सरकार और गैर सरकारी संगठन
- बाल शिक्षा में मार्गदर्शन और परामर्श का महत्व
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Study and teaching / पढ़ाई और अध्यापन |
- बालक किस प्रकार सोचते और सीखते हैं; बालक विद्यालय प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में कैसे और क्यों ‘असफल’ होते हैं।
- अधिगम और अध्यापन की बुनियादी प्रक्रियाएं; बालकों की अधिगम कार्यनीतियां सामाजिक क्रियाकलाप के रूप में अधिगमः, अधिगम के सामाजिक संदर्भ।
- एक समस्या समाधानकर्ता और एक वैज्ञानिक अन्वेशक’ के रूप में बालक।
- बालकों में अधिगम की वैकल्पिक संकल्पना; अधिगम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण चरणों के रूप में बालक की त्रुटियों’ को समझना।
- बोध और संवेदनाएं।
- प्रेरणा और अधिगम।
- अधिगम में योगदान देने वाले कारक – निजी एवं पर्यावरणीय।
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Language I: 30 Questions
Topic |
Sub – Topic |
Hindi (subject matter) |
- अपठित अनुच्छेद
- हिंदी वर्णमाला (स्वर, व्यंजन)
- वर्णों के मेल से मात्रिक तथा अमात्रिक शब्दों की पहचान
- वाक्य रचना
- हिंदी की सभी ध्वनियों के पारस्परिक अंतर की जानकारी विशेष रूप से – ष, स, ब, व, ढ, ड, क्ष, छ, ण तथा न की ध्वनियाँ
- हिंदी भाषा की सभी ध्वनियों, वर्णों अनुस्वार एव चन्द्रबिंदु में अंतर
- संयुक्ताक्षर एवं अनुनासिक ध्वनियों के प्रयोग से बने शब्द
- सभी प्रकार की मात्राएँ
- विराम चिह्नों यथा – अल्प विराम, अर्द्धविराम, पूर्णविराम, प्रश्नवाचक, विस्मयबोधक, चिह्नों का प्रयोग
- विलोम, समानार्थी, तुकान्त, अतुकान्त, सामान, ध्वनियों वाले शब्द
- वचन, लिंग एव काल
- प्रत्यय, उपसर्ग, तत्सम तद्भव व देशज, शब्दों की पहचान एव उनमें अंतर
- लोकोक्तियाँ एव मुहावरों के अर्थ
- सन्धि – (1) स्वर सन्धि – दीर्घ सन्धि, गुण सन्धि, वृद्धि सन्धि, यण सन्धि, अयादि सन्धि (2) व्यंजन सन्धि (3) विसर्ग सन्धि
- वाच्य, समान एव अंलकार के भेद
- कवियों एव लेखकों की रचनाएँ
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Hindi Pedagogy |
- अधिगम और अर्जन
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिका: भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते है
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संदर्श
- एक भिंन कक्षा में भाषा पढाने की चुनौतियाँ भाषा की कठिनाइयाँ त्रुटिया और विकार
- भाषा कौशल
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मुल्यांकन करना: बोलना, सुनना, पढना, लिखना
- अध्यापन – अधिगम सामग्रियां: पाठ्यपुस्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन
- उपचारात्मक अध्यापन
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Language II (English/ Urdu/ Sanskrit)
Topic |
Sub – Topic |
English |
- Unseen Passage
- The sentence
- (A) Subject and predicate
- (B) Kind of sentences
- Parts of speech-
- Kinds of Noun
- Pronoun
- Adverb
- Adjective
- Verb
- Preposition
- Conjunction
- Tenses-Present, Past, Future
- Articles
- Punctuation
- Word formation
- Active & Passive voice
- Singular & Plural
- Gender
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Urdu / उर्दू
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- अपठित अनुच्छेद।
- ज़बान की फन्नी महारतों की मालूमात।
- मशहूर अदीबों एवं शायरों की हालाते जिन्दगी एवं उनकी रचनाओं की जानकारी।
- मुखतलिफ असनाफे अदब जैसे, मज़मून, अफसाना मर्सिया, मसनवी दास्तान वगैरह की तारीफ मअ, अमसाल।
- सही इमला एवं तलफ्फज की मश्क।
- इस्म, जमीर, सिफत, मुतज़ाद अल्फाज, वाहिद, जमा, मोजक्कर, मोअन्नस वगैरह की जानकारी।
- सनअते, (तशबीह व इस्तआरा, तलमीह, मराअतुन्नजीर) वगैरह। मुहावरें, जर्बुल अमसाल की मालूमात।
- मखतलिफ समाजी मसायल जैसे माहौलियाती आलूदगी जिन्सी नाबराबरी, नाख्वान्दगी, तालीम बराएअम्न, अदमे, तग़जिया, वगैरह की मालूमात।
- नज़्मो, कहानियों, हिकायतों एवं संस्मरणों में मौजूद समाजी एवं एखलाकी अक़दार को समझना।
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Sanskrit / संस्कृत |
- अपठित अनुच्छेद संज्ञाएँ
- अकारान्त पुल्लिंग।
- आकारान्त स्त्रीलिंग।
- अकारान्त नपुंसकलिंग।
- ईकारान्त स्त्रीलिंग।
- उकारान्त पुल्लिंग।
- ऋकारान्त पुल्लिंग।
- ऋकारान्त स्त्रीलिंग।
- घर, परिवार, परिवेश, पशु, पक्षियों, घरेलू, उपयोग की वस्तुओं के संस्कृत नामों से परिचय।
- सर्वनाम।
- क्रियाएँ।शरीर के प्रमुख अंगों के संस्कृत शब्दों का प्रयोग।
- अव्यय।
- सन्धि – सरल शब्दों की सन्धि तथा उनका विच्छेद (दीर्घ सन्धि)।
- संख्याएँ – संस्कृत में संख्याओं का ज्ञान।
- लिंग, वचन, प्रत्याहार, स्वर के प्रकार, व्यंजन के प्रकार, अनुस्वार एवं अनुनासिक व्यंजन।
- स्वर व्यंजन एवं विसर्ग सन्धियाँ, समास, उपसर्ग, पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, कारक, प्रत्यय एवं वाच्य।
- कवियों एवं लेखकों की रचनाएँ।
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Teaching of language development /भाषा विकास का अध्यापन |
- अधिगम और अर्जन।
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत।
- सुनने और बोलने की भूमिकाः भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं।
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संदर्श।
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां; भाषा की कठिनाईयां, त्रुटियां और विकार।
- भाषा कौशल।
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
- अध्यापन – अधिगम सामग्रियां: पाठ्यपुस्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन।
- उपचारात्मक अध्यापन।
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UPTET Mathematics Syllabus 2023: 30 Questions
Topic |
Sub – Topic |
Content |
- संख्याएँ एवं संख्याओं का जोड़, घटाना, गुणा, भाग।
- लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्तक।
- भिन्नों का जोड़, घटाना, गुणा एवं भाग।
- दशमलव – जोड़, घटाना, गुणा व भाग।
- ऐकिक नियम।
- प्रतिशत।
- लाभ – हानि।
- साधारण ब्याज।
- ज्यामिति – ज्यामितीय आकृतियाँ एवं पृष्ठ, कोण, त्रिभुज, वृत्त,।
- धन (रूपया – पैसा)।
- मापन – समय, तौल, धारिता, लम्बाई एवं ताप।
- परिमिति (परिमाप) – त्रिभुत, आयत, वर्ग, चतुर्भुज।
- कैलेण्डर।
- आंकड़े।
- आयतन, धारिता – घन, घनाभ।
- क्षेत्रफल – आयत, वर्ग।
- रेलवे या बस समय – सारिणी।
- आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण एवं निरूपण।
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Teaching Related Issue / अध्यापन संबंधी मुददे |
- गणितीय/तार्किक चिंतन की प्रकृति; बालक के चिंतन एवं तर्कशक्ति पैटों तथा अर्थ निकालने और अधिगम की कार्यनीतियों को समझना।पाठ्यचर्या में गणित का स्थान।
- गणित की भाषा।
- सामुदायिक गणित।
- औपचारिक एवं अनौपचारिक पद्धतियों के माध्यम से मूल्यांकन।
- शिक्षण की समस्याएं।
- त्रुटि विश्लेशण तथा अधिगम एवं अध्यापन के प्रासंगिक पहलू।
- नैदानिक एवं उपचारात्मक शिक्षण।
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UPTET Environmental Studies Syllabus (Science, History, Geography, Civics, and Environment): 30 Questions
Topic |
Sub – Topic |
Content |
- परिवार।
- भोजन, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता।
- आवास।
- पेड़ – पौधे एवं जन्तु।
- हमारा परिवेश।
- मेला।
- स्थानीय पेशे से जुड़े व्यक्ति एवं व्यवसाय।जल। यातायात एवं संचार।
- खेल एवं खेल भावना।
- भारत – नदियाँ, पर्वत, पठार, वन, यातायात, महाद्वीप, एवं महासागर।
- हमारा प्रदेश – नदियाँ, पर्वत, पठार, वन, यातायात।
- संविधान।
- शासन व्यवस्था स्थानीय स्वशासन, ग्राम – पंचायत, नगर – पंचायत, जिला – पंचायत, नगर – पालिका, नगर – निगम, जिला – प्रशासन, प्रदेश की शासन व्यवस्था, व्यवस्थापिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका, राष्ट्रीय पर्व, राष्ट्रीय – प्रतीक, मतदान, राष्ट्रीय एकता।
- पर्यावरण – आवश्यकता, महत्व एवं उपयोगिता, पर्यावरण – संरक्षण, पर्यावरण के प्रति सामाजिक दायित्वबोध, पर्यावरण संरक्षण हेतु संचालित योजनाएँ।
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Teaching Related Isuues / अध्यापन संबंधी मुद्दे |
- पर्यावरणीय अध्ययन की अवधारणा और व्याप्ति।
- पर्यावरणीय अध्ययन का महत्व, एकीकृत पर्यावरणीय अध्ययन।
- पर्यावरणीय अध्ययन एवं पर्यावरणीय शिक्षा।
- अधिगम सिद्धांत।
- विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की व्याप्ति और संबंध।
- अवधारणा प्रस्तुत करने के दृष्टिकोण।
- क्रियाकलाप।
- प्रयोग/व्यावहारिक कार्य।
- चर्चा।
- सतत् व्यापक मूल्यांकन।
- शिक्षण सामग्री/उपकरण।
- समस्याएं।
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UPTET Syllabus for Paper 2
यहाँ आपको पेपर-2 के प्रत्येक विषय के लिए पूरे सिलेबस की जानकारी दी गयी है।
ध्यान दें: यूपी टीईटी परीक्षा के पेपर-1 पेपर-2 में शामिल Child Development, Education & Pedagogy, Language 1 (Hindi), Language 2 विषयों का सिलेबस एक जैसा है। यानी अगर आप पेपर-2 के लिए इन विषयों के सिलेबस की जांच करना चाहते है तो आप पेपर-1 में दिए गए सिलेबस को देख सकते है।
UPTET Maths Syllabus
Topic |
Sub – Topic |
Content |
- प्राकृतिक संख्याएँ, पूर्ण संख्याएँ, परिमेय संख्याएँ।
- पूर्णांक, कोष्ठक लघुत्तम समापवत्र्य एवं महत्तम समापवर्तक।
- वर्गमूल।
- घनमूल।
- सर्वसमिकाएँ।
- बीजगणित, अवधारणा – चर संख्याएँ, अचर संख्याएँ, चर संख्याओं की घात।
- बीजीय व्यंजकों का जोड़, घटाना, गुणा एवं भाग, बीजीय व्यंजकों के पद एवं पदों के गुणांक, सजातीय एवं विजातीय पद, व्यंजकों की डिग्री, एक, दो एवं त्रिपदीय व्यंजकों की अवधारणा।
- युगपत समीकरण, वर्ग समीकरण, रेखीय समीकरण।
- समान्तर रेखाएँ, चतुर्भुज की रचनाएँ, त्रिभुज।
- वृत्त और चक्रीय चतुर्भुज।
- वृत्त की स्पर्श रेखाएँ।
- वाणिज्य गणित – अनुपात, समानुपात, प्रतिशतता, लाभ – हानि, साधारण ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, कर (टैक्स), वस्तु विनिमय प्रणाली।
- बैंकिग – वर्तमान मुद्रा, बिल तथा कैशमेमो।
- सांख्यिकी – आंकड़ों का वर्गीकरण, पिक्टोग्राफ, माध्य, माध्यिका एवं बहुलक, बारम्बारता।
- पाई एवं दण्ड चार्ट, अवर्गीकृत आँकड़ों का चित्र।
- सम्भावना (प्रायिकता) ग्राफ, दण्ड, आरेख तथा मिश्रित दण्ड आरेख।
- कार्तीय तल।
- क्षेत्रमिति। (मेन्सुरेशन)
- घातांक।
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Teaching Related Issues / अध्यापन संबंधी मुद्दे |
- गणितीय/तार्किक चिंतन की प्रकृति।
- पाठ्यचर्या में गणित का स्थान।
- गणित की भाषा।
- सामुदायिक गणित।
- मूल्यांकन।
- उपचारात्मक शिक्षण।
- शिक्षण की समस्याएं।
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UPTET Science Syllabus
Topic |
Sub – Topic |
Content |
- दैनिक जीवन में विज्ञान, महत्वपूर्ण खोज, महत्व, मानव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी।
- रेशे एवं वस्त्र, रेशों से वस्त्रों तक। (प्रक्रिया)
- सजीव, निर्जीव पदार्थ – जीव जगत, सजीवों का वर्गीकरण, जन्तु एवं वनस्पति के आधार पर पौधों का वर्गीकरण एवं जन्तुओं का वर्गीकरण, जीवों में अनुकूलन, जन्तुओं एवं पौधों में परिवर्तन।
- जन्तु की संरचना व कार्य।
- सूक्ष्म जीव एवं उनका वर्गीकरण।
- कोशिका से अंगतन्त्र तक।
- किशोरावस्था, विकलांगता।
- भोजन, स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं रोग, फसल उत्पादन, नाइट्रोजन चक्र।
- जन्तुओं में पोषण। पौधों में पोषण, जनन, लाभदायक पौधे।
- जीवों में श्वसन, उत्सर्जन, लाभदायक जन्तु।
- मापन।
- विद्युत धारा।
- चुम्बकत्व।
- गति, बल एवं यंत्र।
- ऊर्जा।
- कम्प्यूटर।
- ध्वनि।
- स्थिर विद्युत।
- प्रकाश एवं प्रकाश यंत्र।
- वायु – गुण, संघटन, आवश्यकता, उपयोगिता, ओजोन परत, हरित गृह प्रभाव।
- जल – आवश्यकता, उपयोगिता, स्रोत, गुण, प्रदूषण, जल – संरक्षण।
- पदार्थ, पदार्थों के समूह, पदार्थों का पृथक्करण, पदार्थ की संरचना एवं प्रकृति।
- पास – पड़ोस में होने वाले परिवर्तन, भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन।
- अम्ल, क्षार, लवण।
- ऊष्मा एवं ताप।
- मानव निर्मित वस्तुएँ, प्लास्टिक, काँच, साबुन, मृतिका।
- खनिज एवं धात्।
- कार्बन एवं उसके यौगिक।
- ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत।
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Teaching Related Issues / अध्यापन संबंधी मुद्दे |
- विज्ञान की प्रकृति और संरचना।
- प्राकृतिक विज्ञान/लक्ष्य और उद्देश्य।
- विज्ञान को समझना और उसकी सराहना करना।
- दृष्टिकोण/एकीकृत दृष्टिकोण।
- प्रेक्षण/प्रयोग/अन्वेशण। (विज्ञान की पद्धति)
- अभिनवता।
- पाठ्यचर्या सामग्री/सहायता – सामग्री।
- मूल्यांकन।
- समस्याएं।
- उपचारात्मक शिक्षण।
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UPTET Social Science Syllabus 2023
Topics |
Sub – Topic |
I. History / इतिहास |
- इतिहास जानने के स्रोत।
- पाषाणकालीन संस्कृति, ताम्र पाषाणिक संस्कृति, वैदिक संस्कृति।
- छठी शताब्दी ई. पू. का भारत।
- भारत के प्रारम्भिक राज्य।
- भारत में मौर्य साम्राज्य की स्थापना।
- मौर्येतरकालीन भारत, गुप्त काल, राजपूतकालीन भारत, पुष्यभूति वंश, दक्षिण भारत के राज्य।
- इस्लाम का भारत में आगमन।
- दिल्ली सल्तनत की स्थापना, विस्तार, विघटन।
- मुगल साम्राज्य, संस्कृति, पतन।
- यूरोपीय शक्तियों का भारत में आगमन एवं अंग्रेजी राज्य की स्थापना।
- भारत में कम्पनी राज्य का विस्तार।
- भारत में नवजागरण, भारत में राष्ट्रवाद का उदय।
- स्वाधीनता आन्दोलन, स्वतन्त्रता प्राप्ति, भारत विभाजन।
- स्वतन्त्र भारत की चुनौतियां।
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II. Civics / नागरिक शास्त्र |
- हम और हमारा समाज।
- ग्रामीण एवं नगरीय समाज व रहन सहन।
- ग्रामीण व नगरीय स्वशासन।
- जिला प्रशासन।
- हमारा संविधान।
- यातायात सुरक्षा।
- केन्द्रिय व राज्य शासन व्यवस्था।
- भारत में लोकतन्त्र।
- देश की सुरक्षा एवं विदेश नीति।
- वैश्विक समुदाय एवं भारत।
- नागरिक सुरक्षा।
- दिव्यांगता।
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III. Geography / भूगोल |
- सौरमण्डल में पृथ्वी, ग्लोब – पृथ्वी पर स्थानों का निर्धारण, पृथ्वी की गतियाँ।
- मानचित्रण, पृथ्वी के चार परिमण्डल, स्थल मण्डल – पृथ्वी की संरचना, पृथ्वी के प्रमुख स्थलरूप।
- विश्व में भारत, भारत का भौतिक स्वरूप, मृदा, वनस्पति एवं वन्य जीव, भारत की जलवायु, भारत के आर्थिक संसाधन, यातायात, व्यापार एवं संचार।
- उत्तर प्रदेश – भारत में स्थान, राजनीतिक विभाग, जलवाय, मृदा, वनस्पति एवं वन्यजीव कृषि, खनिज उद्योग – धन्धे जनसंख्या, एवं नगरीकरण।
- धरातल के रूप, बदलने वाले कारक। (आंतरिक एवं वाहय कारक)
- वायुमण्डल, जलमण्डल।
- संसार के प्रमुख प्राकृतिक प्रदेश एवं जनजीवन।
- खनिज संसाधन, उद्योग – धन्धे।
- आपदा एवं आपदा प्रबन्धन।
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IV. Environmental Studies / पर्यावरणीय अध्ययन |
- पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधन एवं उनकी उपयोगिता।
- प्राकृतिक संतुलन।
- संसाधनों का उपयोग।
- जनसंख्या वृद्धि का पर्यावरण पर प्रभाव, पर्यावरण – प्रदूषण।
- अपशिष्ट प्रबन्धन, आपदाएँ, पर्यावरणविद, पर्यावरण के क्षेत्र में पुरस्कार, पर्यावरण दिवस, पर्यावरण कैलेण्डर।
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V. Home-work / Home Science – गृहशिल्प/गृहविज्ञान |
- स्वास्थ्य एवं स्वच्छता।
- पोषण, रोग एवं उनसे बचने के उपाय, प्राथमिक उपचार।
- खाद्य पदार्थों का संरक्षण।
- प्रदूषण।
- पाचन सम्बन्धी रोग एवं सामान्य बीमारियाँ।
- गृह प्रबन्धन, सिलाई कला, धुलाई कला, पाक कला, बनाई कला, कढ़ाई कला।
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VI. Physical Education and Sports / शारीरिक शिक्षा एवं खेल |
- शारीरिक शिक्षा, व्यायाम, योग एवं प्राणायाम।
- माचिंग, राष्ट्रीय खेल एवं पुरस्कार।
- छोटे एवं मनोरंजनात्मक खेल, अन्तर्राष्ट्रीय खेल।
- खेल और हमारा भोजन।
- प्राथमिक चिकित्सा।
- नशीले पदार्थों के दुष्परिणाम एवं उनसे बचाव का का उपाय, खेलकूद, खेल प्रबन्धन एवं नियोजन का महत्व।
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VII. Music / संगीत |
- स्वर ज्ञान।
- राग परिचय।
- संगीत में लय एवं ताल का ज्ञान।
- तीव्र मध्यम वाले राग।
- वन्दना गीत/झण्डा गान।
- देशगान, देशगीत, भजन।
- वनसंरक्षण/वृक्षारोपण।
- क्रियात्मक गीत।
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VIII. Horticulture and fruit conservation / उद्यान विज्ञान एवं फलसंरक्षण |
- मिट्टी, मृदा गठन, भू – परिष्करण, यंत्र, बीज, खाद उर्वरक।
- सिंचाई, सिचाई के यंत्र।
- बाग लगाना, विदयालय वाटिका।
- झाड़ी एवं लताएँ, शोभा वाले पौधे, मौसमी फूल की खेती, फलों की खेती, शाक वाटिका, सब्जियों की खेती।
- प्रवर्धन, कायिक प्रवर्धन
- फल परीक्षण, फल संरक्षण – जैम, जेली, सॉस, अचार बनाना
- जलवायु विज्ञान
- फसल चक्र
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Teaching related issues / अध्यापन संबंधी मुद्दे |
- सामाजिक अध्ययन की अवधारणा और पद्धति
- कक्षा की प्रक्रियाएं, क्रियाकलाप और व्याख्यान।
- विवेचित चिंतन का विकास करना।
- पूछताछ/अनुभवजन्य साक्ष्य।
- सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन पढ़ाने की समस्याएं।
- प्रोजेक्ट कार्य।
- मुल्यांकन।
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Final Words
ऊपर दी गयी जानकारी में हमने आपको UPTET Syllabus 2023 and Exam Pattern से जुडी सभी डिटेल्स प्रदान की है। अगर आपको दी गयी जानकारी में कोई त्रुटि लगती है या इस आर्टिकल से जुड़ा आपका अन्य कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है।